प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम जनमन)
मिलेगा हर योजना का पूरा लाभ, कोई भी नहीं छूटेगा, अति पिछड़े जनतजातीय भाई बहनों को भी लाभ
प्रधानमंत्री ने सबसे राम राम करते हुए लोगों को उत्तरायण, मकर संक्रांति, पोंगल, बीहू, लोहड़ी जैसे त्योहारों की बधाई दी और साथ ही कहा कि आप सबसे बात करके मेरा दिन बन गया। अयोध्या के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जैसे अयोध्या में दिवाली की तैयारी है वैसे ही जो मेरे अति पिछड़ी जनजाति के भाई बहन हैं उनके घर भी दिवाली बन रही है क्योंकि आज उन सब के खाते में पक्के घर के लिए पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं। अब आप सबके घर में जल्दी काम शुरू होने जा रहा है और मुझे विश्वास की इस वर्ष दिवाली से पहले आप अपने घर में जरूर होंगे और आप भी मन पक्का कर लीजिए की दिवाली इस बार नए घर में ही माननी है।
राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा मुझे भी २२ जनवरी के लिए न्योता मिला है और यह मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात है। माता शबरी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि शबरी के बिना श्री राम की जीवनकथा अधूरी है। जब वे अयोध्या से वन के लिए निकले तो वह राजकुमार थे और जब १४ वर्ष बाद लौटे तब पुरुषोत्तम राम बन के लौट। फिर वह चाहे मता शबरी हों निषाद हों केवट हों और जाने कितने ही लोग उनको मिले जिन्होंने राजकुमार से उनको पुरुषोत्तम राम यानि प्रभु श्री राम बना दिया।
4 करोड़ से ज्यादा को मिले पक्के घर
माननीय मोदी जी ने प्रधानमंत्री जनमन अभियान पर चर्चा करते हुए बताया, कि वह पिछले 10 सालों से गरीबों के लिए इसी काम में लगे हुए हैं और उनकी सरकार ने 4 करोड़ से ज्यादा पक्के घर बना कर दिए हैं। अपने भाषण में आगे उन्होंने कहा कि सरकार के पीएम जनमन अभियान का उद्देश्य ही है कि सरकार की योजनाएं हमारे अति पिछड़ी जनजाति भाई बहनों तक पहुंचे। और पिछले दो महीने से हमने इसके लिए अथक प्रयास शुरू कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि 2 महीने पहले भगवान बिरसा मुंडा की जन्मजयंती पर हमने यह प्रण किया था कि मेरे जनजाति साथी जो सुदूर जंगलों में या ऊंचे पहाड़ों पर रहते हैं उनके लिए मकान होना बहुत जरूरी है इसके लिए सरकार ने इस युद्ध स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है।
मैं इस योजना से जुड़े अफसर, सरकारी अधिकारियों, क्लर्क, बाबू सभी को इसका बधाई पात्र बताते हुए कहा कि जो आज तक 75 सालों में कोई नहीं कर पाया वह आज हम करने के लिए जड़ संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि हमारे जो भाई बहन सुदूर गांव में रह रहे हैं उन्हें तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जैसे कि प्रदूषित पानी, उनके घर में बिजली नहीं है, गैस कनेक्शन नहीं है, सड़के नहीं है, जिससे उनके जीवन पर हर पल संकट गहराता रहता है। लेकिन मैं अब आपको ऐसी किसी परेशानी में नहीं रहना रहने दूंगा। उन्होंने कहा इस अभियान का नाम आपके हिसाब से ही रखा गया है। जनमन जन मतलब कि आप जनता जनार्दन यानी जनता ही भगवान का रूप है। मन यानी मन की बात अब आपको मन मार कर नहीं रहना पड़ेगा। अब आपकी हर मन की बात पूरी होगी और इसके लिए सरकार ने भी पूरी तरह से अपना मन बना लिया है। सरकार इस जनमन अभियान पर 23000 करोड़ से ज्यादा रुपए व्यय करने जा रही है।
अनुसूचित भाई बहनों को हर योजना में मिलेगा लाभ
प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा कि हमारे कैलकुलेशन के हिसाब से ऐसे भाई बहन करीब 190 जिलों में निवास करते है। साथ ही 2 महीने के अंदर ही सरकार ने ऐसे 80000 से ज्यादा लोगों को आयुष्मान कार्ड भी दिया है जो अभी तक उनको उपलब्ध नहीं हुआ था। इसी के साथ अति पिछड़ी जनजाति समुदाय के लगभग 30000 किसानों को किसान सम्मान निधि से जोड़ा गया है और इसी अवधि में हमें 40000 से ज्यादा लोग मिले जिनके पास आज तक बैंक खाता ही नहीं था। सरकार ने उनके बैंक खाते खुलवाए और 30000 से ज्यादा वंचित किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड दिए हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार अपना पूरा जोर लगा रही है कि कोई भी जनजातीय भाई बहन अब पिछड़ा न रहे इसके लिए पक्के घर बनाने की शुरुआत हो चुकी है। एक पक्का घर बनाने के लिए आपको सरकार की तरफ से ढाई लाख रुपए मिलेंगे औरआपको सिर्फ घर नहीं मिलेगा इसके साथ आपको बिजली का कनेक्शन भी मिलेगा, आपके बच्चों को मुफ्त शिक्षा मिलेगी जिससे आप भी सपने देख सके। पानी की व्यवस्था मिलेगी और साथ में शौचालय बना हुआ मिलेगा।
माननीय ने कहा कि यह पैसा आपका है, यह पैसा आपके हक़ का है। किसी भी बिचौलिए या एजेंट को आप एक पैसा भी नहीं देंग। मेरे जीवन का बहुत लंबा समय ऐसे जनजातिय भाई बहनों के बीच में निकला है जिससे मुझे इस बात का एहसास है कि आपके जीवन में कितनी परेशानियों का सामना आपको दिन प्रतिदिन करना पड़ता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि वह भी आदिवासी लोगों के बीच में से ही आई हैं उन्होंने पूरा जीवन ऐसे ही बताया है तो वह भी अपनी बातों और को विचारों को विस्तार से हम लोगों के साथ साझा करती हैं.
माननीय प्रधानमंत्री ने बताया कि पहले सरकार की योजनाएं इतनी कठिन होती थी कि गरीब आदमी तक पैसा पहुंच ही नहीं पाता था लाभार्थियों को यह पता ही नहीं चल पाता था कि कोई योजना कब शुरू हुई है, और उसकी प्रक्रिया भी इतनी जटिल होती थी कि आधे से ज्यादा लोग इसका लाभ ही नहीं ले पाते थे। आज जब गांव में सड़के बन गई तो स्कूल जाना भी आसान हो गया, बीमारी के लिए अस्पताल भी आसानी से पहुंच सकते है। पिछड़ी जनजातियों के घर अब सोलर पावर कनेक्शन दिए जा रहे हैं। और साथ ही हजारों मोबाइल टावर भी लगाए जा रहे हैं।
हर जगह पहुंच रही गारंटी वाली गाड़ी
उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी वाली गाड़ी हर जगह पहुंच रही है जिससे हमारे भाई बहनों को बिजली, पानी आदि की व्यवस्थाएं मिल रही है। साथ ही हम कुछ ऐसा भी विचार कर रहे हैं कि एक प्रदेश का राशन कार्ड दूसरे प्रदेश में भी चल जाए साथ ही आयुष्मान से तो आप अभी भी पूरे देश में कहीं भी मेडिकल सुविधा ले सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने आदिवासी समाज के लिए एनीमिया की चर्चा करते हुए कहा कि, आदिवासी समाज इसे हमेशा ही पीड़ित रहा है। हमारी यह कोशिश है कि यह बीमारी इस समुदाय में जड़ से समाप्त हो, इसके लिए भी एक अभियान शुरू किया गया है। इसके लिए पिछले दो महीना में 40 लाख से भी अधिक लोगों का स्केल सेल टेस्ट किया जा चुका है।
पूरे समुदाय को आगे कैसे बढ़ाया जाए इसके लिए हम हर तरीके से अपनी कोशिश कर रहे हैं आप लोगों को ऊपर उठने के लिए आपका इनकम सोर्स को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है 2014 से पहले करीब लगभग 10 वन उपाय के लिए एमएसपी (MSP) तय की जाती थी लेकिन आज 90 से ज्यादा उपज के लिए एमएसपी (MSP) का दायरा बढ़ा दिया गया है।
हम जनजातीय भाई बहनों के हाट बाजार को भी आगे ले जा रहे हैं जिससे वह अपने बनाए हुए सामान को दूसरों को बड़े आसानी से बेच सके। उन्होंने आदिवासी भाई बहनों के आईक्यू लेवल (IQ Level) की बात करते हुए कहा कि, उनकी दूर दृष्टि बहुत ही तीक्ष्ण होती है ऐसा भी मैंने उनसे बात करके अनुभव किया। मोदी जी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती को हमने जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है। साथ ही हमारी सरकार आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर 10 बड़े म्यूजियम बना रही है। आपसे आशा करता हूं कि आप हमारे कामों से खुश होंगे और मुझे आपके आशीर्वाद की शुभेच्छा है।