नारी शक्ति वंदन अधिनियम पर नरेंद्र मोदी की लोकसभा में टिप्पणी
नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित होना संसदीय इतिहास का अमूल्य क्षण : श्री मोदी
आदरणीय अध्यक्ष जी महोदय का मैं बहुत-बहुत आभारी हूं कि, उन्होंने मुझे बोलने की अनुमति दी। मैं सिर्फ दो-चार मिनट का समय ही लूंगा। मैं अपने भाव कुछ इस तरह व्यक्त करना चाहता हूं। कल भारत की संसदीय यात्रा का एक स्वर्णिम क्षण था और उसे स्वर्णिम क्षण के हर सदन के सदस्य हैं। चाहे वह किसी भी दल के हों, किसी भी सदन के हों, सदन के बाहर हों तब भी उतने ही हकदार है।
मैं आज आप सभी का इस महत्वपूर्ण निर्णय के जरिए देश की नारी शक्ति में एक नई ऊर्जा भरने के लिए भावपूर्वक प्रणाम करता हूं। बस अब कल का निर्णय राज्यसभा के ऊपर निर्भर है। जब हम उस अंतिम पड़ाव को भी पर कर लेंगे तो उसके बाद देश की नारी शक्ति में जो ऊर्जा का संचार होगा, जो आत्मविश्वास पैदा होगा वह देश को एक अलग ही नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। वह अकल्पनीय होगा वह प्रथम शक्ति के रूप में स्वयं संबल होगी। जिसको मैं आज ही अनुभव कर रहा हूं।
आप सब ने इस पवित्र कार्य के लिए जो अपने योगदान दिए हैं, सार्थक चर्चाएं की हैं, सदन में समर्थन दिया है। मैं आज आप सब का पूरे दिल से आदर पूर्वक अभिनंदन करने के लिए या खड़ा हुआ हूं शत-शत नमन।