परीक्षा पे चर्चा 2024 कार्यक्रम की गतिविधियाँ
परीक्षा पे चर्चा 2024 की तारीख बस अब नजदीक की आ गयी है। इस वर्ष परीक्षा पे चर्चा के लिए भारत मंडपम, प्रगति मैदान ITPO दिल्ली के स्थान को चुना गया है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन 12 जनवरी को बंद हो चुके हैं। हर बीतते वर्ष के साथ प्रधान मंत्री मोदी जी के इस कार्यक्रम की लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है। इस वर्ष इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए 2 करोड़ 26 लाख विद्यार्थियों, शिक्षकों और माता पिता ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें कक्षा 6वी से लेकर 12वी तक के विद्यार्थी शामिल हैं।
2024 में इस कार्यक्रम का 7वा संस्करण प्रस्तुत किया जा रहा है। इससे पहले ये कार्यक्रम ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से प्रस्तुत किया जाता रहा है। और पिछले वर्ष की तुलना में बच्चों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है। हर वर्ष बच्चों द्वारा किये गए रजिस्ट्रेशन एक नया कीर्ति मान बना रहे हैं। वैसे हर साल इस कार्यक्रम को तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया जाता था लेकिन इस बार स्थान को थोड़ा परिवर्तित किया गया है।
अगर आप या आपके बच्चे भी प्रधानमंत्री जी से कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो 500 अक्षरों में अपने सवाल को MYGOV पोर्टल या innovateindia.mygov.in पर भेजकर आसानी से पूछ सकते है। आप अपनी सक्सेस स्टोरी भी 300 शब्दों में लिखकर भेज सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको समय से पहले रजिस्ट्रेशन कराने की जरुरत होती है। इस बार 4000 प्रतिभागियों का चयन किया गया है।
अब हम बात करते हैं साल 2023 के परीक्षा पे चर्चा आयोजन की
प्रधानमंत्री ने 27 जनवरी 2023 दिन शुक्रवार को ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में स्टूडेंट्स, टीचर्स और पेरेंट्स से बात की।
आप खुद की आलोचना को कैसे स्वीकार करते हैं
जब प्रधानमंत्री जी से पूछा गया कि वह खुद आलोचना का सामना कैसे करते हैं। तब उन्होंने कहा कि समृद्ध लोकतंत्र के लिए आलोचना एक अत्यंत आवश्यक अंग है। पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे बताते हुए कहा कि कभी कभी होता है जब आलोचना करने वाला आपके लिए महत्वपूर्ण होता है। तो उसकी बात को ध्यान से सुनिए और सकारात्मकता से निर्णय लीजिये लेकिन वहीँ दूसरी तरफ जो आपको पसंद नहीं करते हैं वो आपको हर बात पर गलत ही बोलेंगे इसलिए ऐसे लोगों को बातों पर ध्यान न देकर ठन्डे बस्ते में डाल दीजिये।
टाइम मैनेजमेंट कैसे किया जाये
रायपुर की अदिति और डलहौजी की आरुषि ने मोदी जी से टाइम मैनेजमेंट पर सवाल किया। पीएम मोदी ने कहा, सिर्फ परीक्षा ही नहीं, जीवन में भी टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी है। इसे आप घर पर ही अपनी मां से सीख सकते हैं। सबसे ज्यादा काम आपकी मां ही करती है। रोज उसे वही काम करना है लेकिन उसे बोझ नहीं लगता है। उसे पता होता है कि कैसे मुझे इतने घंटे में यह काम निपटाना है। थोड़े से खाली समय में भी वह कुछ न कुछ रचनात्मक करती रहती है। मां को अगर सही ढंग से देखेंगे, तो आप विद्यार्थी के तौर पर टाइम मैनेजमेंट कर आराम से कर लेंगे कि किस तरह किस काम को कितने घंटे देने है।
पीएम मोदी ने विद्यार्थियों को जीवन में सफल होने के लिए मूलमंत्र भी दिया। आइए जानते हैं प्रधनमंत्री मोदी के परीक्षा पे चर्चा की बड़ी बातें...
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा 'परीक्षा पर चर्चा' मेरी भी एक परीक्षा ही है। और देश के विद्यार्थी भी सवाल पूछकर इस तरह मेरी परीक्षा ले रहे हैं। लेकिन हाँ मुझे ये परीक्षा देने में बहुत आनंद आता है। जाहिर सी बात है कि हर परिवार को अपने बच्चों से उम्मीदें होना स्वाभाविक है, लेकिन अगर सिर्फ समाज को देखते हुए, अपने आसपास को देखते हुए ऐसा कर रहे हैं तो ये चिंता का विषय है।
नरेंद्र मोदी ने छात्रों से कहा कि, केवल स्कूली परीक्षा के लिए ही नहीं बल्कि हमें अपने जीवन में हर समय मैनेजमेंट को लेकर चौकस रहना चाहिए। आप खुद से अपन लिए ऐसा स्लैब बनाइए कि, जो आपको कम पसंद के विषय हैं। सबसे पहले उसको समय दीजिए। क्यूंकि उस समय आपका दिमाग एक दम तरोताज़ा होता है। फिर आप उस विषय को अपना समय दीजिए जो आपका पसंदीदा विषय है।
परीक्षा पर चर्चा' में छात्रों से पीएम मोदी ने बच्चों को चेताते हुए कहा कि भारत में विद्यार्थी औसतन 6 घंटे स्क्रीन पर बिताते हैं। यह बहुत बड़ी चिंता का विषय है। जब ईश्वर ने हमें एक स्वस्थ मस्तिष्क और शरीर दिया है तो हम गैजेट के गुलाम क्यों बनें? उन्होंने कहा गैजेट को चलने क लिए एक समय निश्चित कीजिये जिससे आप उसका टाइम मैनेजमेंट कर सकें।
विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्हें बिना टेंशन के परीक्षा देने पर बल दिया।