संसद के शीतकालीन सत्र 2023 से पहले मीडिया को पीएम मोदी का संबोधन
संसद और सांसद दोनों को अपने प्रयासों में तेजी लानी होगी तभी लक्ष्य संभव है : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई संसद से सभी का अभिवादन करते हुए कहा कि कल ही चार राज्यों के उत्साहवर्धक परिणाम आए हैं। ये मानव समाज के लिए बहुत ही उज्जवल सन्देश है। मैं विशेषकर उन सभी चारों समूहों को मेरे शहर और गांव की महिलाएं, मेरे सारे शहर और गांव के युवा, हर समुदाय समाज के मेरे किसान और मेरे देश के गरीब भाई बहन इन चारों समूह को मैं हमेशा अपने साथ लेकर चलता हूं और उनके भविष्य को सुनिश्चित करने वाली ठोस योजनाएं लेकर आता हूं। इसी कारण मुझे उनका भरपूर समर्थन भी मिलता है। हम लगातार यह देख पा रहे हैं कि आज हम इतने अच्छे और उत्तम जनादेश के बाद संसद के इस नए मंदिर में पुनः मिल रहे हैं।
जब इसका उद्घाटन हुआ था तब मुझे बोलने के लिए बहुत छोटा सा सत्र मिला था। लेकिन इस बार इस सदन में लंबे समय तक कार्य करने का मौका मिलेगा। नया सदन है थोड़ी बहुत अव्यवस्थाएं हैं लेकिन धीरे-धीरे उन सबको पूर्ण कर लिया जाएगा। मुझे विश्वास है कि आदरणीय उपराष्ट्रपति और आदरणीय स्पीकर जी के नेतृत्व में वह सारी चीजों पर लगातार काम जारी है और अगर आपके ध्यान में कुछ आए तो आप भी ध्यान आकर्षित कीजिएगा। देश ने हमेशा से ही नकारात्मका को नकारा है। मैं लगातार सत्र के आरंभ में अपने विपक्ष साथियों से मिलता रहता हूं और कहता हूँ कि आप भी अपने कुछ विचार लेकर आएं, आप भी अपने कुछ विचारों को यहां सदन के माध्यम से हमारे बीच रखिए। जिससे लोकतंत्र का यह मंदिर सभी की आकांक्षाओं की पूर्ति और विकसित भारत की नीति को और अधिक मजबूत बना सके।
मैं सारे सांसदों से पुनः आग्रह कर रहा हूं कि, वह ज्यादा से ज्यादा तैयारी करके सदन में आए। जिससे जब भी कोई बिल सदन के सदन के बीच में रखा जाए तो वह अपने उत्तम और अति उत्तम सुझावों के द्वारा उस बिल पर चर्चा कर सकें। जिससे वह अति उत्तम विचारों के साथ पूर्ण हो सके अगर किसी बिल पर चर्चा नहीं होती है तो मुझे वह कुछ अधूरा सा लगता है।
नकारात्मकता को छोड़े विपक्ष उसी में भलाई
मैं विपक्ष में बैठे उन साथियों से कहूंगा जो आज हमारे साथ बैठे हुए हैं। यह उनके लिए गोल्डन ऑपच्यरुनिटी है। इस सत्र में अपना गुस्सा निकालने की बजाय अपनी हार से कुछ नया सीखें और नकारात्मकता की प्रवृत्ति को छोड़कर सकारात्मका के साथ आगे बढ़ेंगे तो आपको देश का एक अलग ही दृष्टिकोण देखने को मिलेगा। आपके लिए एक अलग द्वार खुल चुका है वह जो विपक्ष में हैं उन्हें अच्छी सलाह दे रहा हूं कि, आप अपने विचारों में अब सकारात्मका लेकर आइये। अगर हम 10 कदम चलते हैं तो आप 12 कदम चलते फैसला लेकर आइये। हर किसी का भविष्य उज्जवल है इन फैसलों से हमें निराश नहीं होना है और ना ही अपना गुस्सा पराजय के रूप में निकालना है। अगर आप में कुछ कर दिखाने का दम है तो लोकतंत्र के इस मंदिर को वह मंच बनायें और अपने अनुभव को यहाँ साझा करें।
मैं आप सबसे हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं कि सदन में सहयोग दीजिए। राजनीतिक दृष्टिकोण से कहना चाहता हूं कि आपका भी भलाई इसी में है कि आप देश को सकारात्मक का संदेश दें और अपनी छवि को नकारात्मक नहीं बनाये। जो कि लोकतंत्र के लिए भी बेहद क्षतिपूर्ण हो सकती है। मैं देश के विकसित राष्ट्र होने के लिए 2047 तक का इंतजार नहीं कर सकता हूं। समाज के हर वर्ग में यह भाव पैदा हुआ है कि बस आगे ही बढ़ना है तो मैं सभी माननीय सांसद से आग्रह करता हूं कि आप भी उन्हें इस मजबूती से आगे बढ़ाएं। मेरी उनसे यही प्रार्थना है बहुत-बहुत धन्यवाद